साइबर सिक्योरिटी कोर्स का सिलेबस
साइबर सिक्योरिटी कोर्स का सिलेबस काफी विस्तृत है. इस पीजी डिप्लोमा कोर्स में स्टूडेंट्स को क्रिप्टोग्राफी का इंट्रोडक्शन (Cryptography and Network Security), कंप्यूटर नेटवर्किंग फंडामेंटल, ऑपरेटिंग सिस्टम फंडामेंटल, वेब एप्लिकेशन और नेटवर्क सिक्योरिटी, मल्टीमीडिया और डिजिटल फोरेंसिक जैसे विषय पढ़ाए जाएंगे (Cyber Security Course Syllabus).
100 घंटे की सेल्फ टीचिंग है जरूरी
आईआईटी जम्मू का साइबर सिक्योरिटी कोर्स इंटरएक्टिव लर्निंग (IL) प्लेटफॉर्म के जरिए संचालित किया जाएगा. यह डायरेक्ट-टु-डिवाइस (D2D) मोड में होगा. इसमें कोर्स के दौरान छह दिनों का कैंपस इमर्शन सेशन भी शामिल है. इस कोर्स की अवधि 12 महीने यानी एक साल है. इसमें 100 घंटे से अधिक स्व-शिक्षण भी शामिल है (Self Teaching).
शानदार है करियर स्कोप
आईआईटी जम्मू ने कुछ रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कहा कि 2025 तक वैश्विक साइबर अपराध को रोकने के लिए सालाना 10.5 ट्रिलियन डॉलर खर्च होने का अनुमान है. डिजिटलीकरण की वजह से साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मांग बढ़ी है. यह कोर्स पूरा करने के बाद एथिकल हैकर्स और साइबर सिक्योरिटी में करियर का स्कोप बढ़ जाएगा (Ethical Hacking Course).
सोर्स: News18
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